
कवि विपिन कुमार शर्मा
हिंदी और उर्दू जुबां के जाने माने कवि विपिन कुमार शर्मा ने कई बार राष्ट्रीय मंचों पर अपनी गीत, ग़ज़ल, मुक्तकों और कविताओं का जादू बिखेरा है। इनके काव्यपाठ को लोग बहुत पसंद करते हैं। आप रचनाएं लिखने के साथ-साथ देश के प्रतिष्ठित राष्ट्रीय हिंदी समाचार पत्र में वरिष्ठ उप संपादक के पद पर कार्यरत हैं और वर्तमान में तैनाती रामपुर उत्तर प्रदेश में बतौर ब्यूरो चीफ है। कवि विपिन कुमार शर्मा ने कई राष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओं के लिए लेख भी लिखे हैं जो समय समय पर प्रकाशित होते रहते हैं। विश्व प्रसिद्ध रजा लाइब्रेरी की राजभाषा पत्रिका में इनकी कविता का प्रकाशन हो चुका है। आकाशवाणी केंद्र बरेली और रामपुर से काव्य पाठ प्रसारण भी अक्सर होता रहता है। साहित्यिक संस्था काव्यधारा से किशन सरोज और पल्लव काव्य मंच से अटल सम्मान से इन्हें सम्मानित किया जा चुका है, वहीं अखिल भारतीय हिंदी साहित्य परिषद के आप जिलाध्यक्ष भी रह चुके हैं। वर्ष 1994 में तत्कालीन राज्यपाल उत्तर प्रदेश रोमेश भंडारी द्वारा राज्य पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।
गीत
….ये नए दौर का नया भारत मेरा
अपनी चलती डगर से रुकेगा नहीं,ये नए दौर का नया भारत मेरा।धमकियों से तुम्हारी, झुकेगा नहीं,ये नए दौर का नया भारत मेरा।। फैसलों पर तेरे, तेरे अपने अपने हंसें,वो समझते…
गजल
…अगर बुरा न लगे
नशीले नैन तुम्हारे, हमें मयखाना लगे।मैं एक जाम चुरा लूं, अगर बुरा ना लगे।। खुदा करे कि तेरे गेशुओं की छांवों में।मैं एक शाम गुजारूं, अगर बुरा ना लगे।। कमल…